प्रियनगरी का राजा प्रियदत्त जिसको थी चिंता अपनी बेटी राजकुमारी कंचनबाला के विवाह की. परन्तु कंचनबाला की थी एक शर्त की वो सिर्फ उसी के साथ विवाह करेगी जिसने 'कनकपुरी' देखी हुयी हो. कई लोगो ने किया कनकपुरी को ढूंढने का प्रयास परन्तु कोई भी न पा सका कनकपुरी का पता और फिर प्रियनगरी का एक नौजवान रत्नभूषण निकल पड़ा कनकपुरी का रहस्य जानने. और फिर.........................?
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