कंचनगढ़ का सेनापति रणवीर सिंह जिसने राजा शक्तिसिंह का राज्य हड़पने के लिए कर दिया उस पर हमला परन्तु नाकाम होकर उसको अपनी जान बचाकर भागना पड़ा और जा पहुंचा घने जंगलो में जहाँ उस पर हमला कर दिया के भयंकर राक्षस ने। राक्षस से उसकी जान बचायी के सन्यासी बाबा ने। रणवीर सिंह उस सन्यासी बाबा का शिष्य बन गया और उनसे सीखी परकाया विद्या और सन्यासी बाबा के ही शरीर पर कब्ज़ा करके कर लिया कंचनगढ़ पर हमला और सत्ता हथिया ली। और फिर.............?
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