सुन्दर नगर का राजा धर्मवीर अपने 19 वर्षीय पुत्र और पत्नी को छोड़कर तीर्थ यात्रा पर निकल गया क्योंकि वह 20वें वर्ष में अपने पुत्र की मृत्यु नहीं देखना चाहता था परन्तु दुष्ट जादूगर भूटान भाटा के विचित्र खोपड़ी द्वारा मारा गया और जादूगर भूटान भाटा रूप नगर की राजकुमारी को उठा कर ले गया। इधर राजा धर्मवीर का पुत्र सुदर्शन कारागार से भाग कर इधर-उधर भटकता हुआ जा पहुंचा जादूगर भूटान भाटा के महल में। और फिर..........?
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