सोनपुर का व्यापारी धनराज जिसके पास थे दो बलशाली अंगरक्षक पहलवान संजीवक और नंदू। एक बार व्यापर के दौरान चंद्रनगर के जंगल में उनके काफिले पर किया एक वनमानुष ने हमला जिसको संजीवक और नंदू ने बहादुरी दिखाकर पकड़ लिया। जब इन दोनों की बहादुरी की खबर चंद्रनगर के मंत्री दमनक को लगी तो उसने इन दोनों की सहायता से शूरसेन को लूटने की सोची। और उन दोनों को लेकर महाराज के पास पहुंचा तो सेनापति ने उन दोनों की परीक्षा लेने के लिए घंटे वाली चुड़ैल को मारने के लिए कहा। और फिर..........?
हाँ जी हमने पढ़ी थी यह कॉमिक्स।
ReplyDeleteहाँ जी हमने पढ़ी थी यह कॉमिक्स।
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