जौहर
शहर में एक जौहरी को लूट लिया एक स्मगलर ने। लूटेरों की तलाश में मारे-मारे फिर रहे थे पुलिस के दो जासूस कड़कसिंह और फड़कसिंह। इधर लूट की तहकीकात करने पहुंचा दनादन अख़बार का प्रेस रिपोर्टर जौहर। और इन लूटेरों को पकड़ने के लिए अपने एक साथी कप्तान तिरंगा के साथ फ़ैलाने लगा अपना जाल। और फिर.............?
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