माधव, शंकर और कृष्णा तीन परम मित्र जिनकी दोस्ती की मिसाल दूर-दूर तक फैली हुयी थी। एक दिन उनके पास आया कीमती पत्थरों का एक व्यापारी धर्मराज और उन तीनो मित्रों को बताया कीमती पत्थरों के एक खजाने का पता। तीनो मित्र चल दिए खजाने को पाने पर मार्ग में ही शंकर और माधव के मन में आ गया लालच। और फिर....................?
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