शहर में एक जौहरी को लूट लिया एक स्मगलर ने। लूटेरों की तलाश में मारे-मारे फिर रहे थे पुलिस के दो जासूस कड़कसिंह और फड़कसिंह। इधर लूट की तहकीकात करने पहुंचा दनादन अख़बार का प्रेस रिपोर्टर जौहर। और इन लूटेरों को पकड़ने के लिए अपने एक साथी कप्तान तिरंगा के साथ फ़ैलाने लगा अपना जाल। और फिर.............?
जासूस टोपीचंद बहुत ही चालाक और बुद्धिमान जासूस जिसके पास थी एक अद्भुत टोपी जिसमे लगा हुआ था एक अत्याधुनिक कंप्यूटर जो किसी भी समस्या का हल चुटकी में निकाल देता है और जासूस टोपीचंद के पास था एक अनोखा रोबोट कुत्ता जो उसके कहने पर बड़े से बड़ा काम कर सकता है। इनकी मदद से जासूस टोपीचंद ने दिखाए कई हैरतअंगेज़ कारनामे। और फिर.........?
कंचन शिखर की राजकुमारी रत्नप्रभा जो विवाह करना चाहती थे अपने सपनों के राजकुमार से। एक बार एक अनोखे उड़न यान की सवारी करते हुए कोशाम्बी नगरी की ऊपर से गुजर रही थी वह उसे दिख गया उसके सपनो काराजकुमार। और राजकुमार नरवाहन दत्त भी मोहित हो गया राजकुमारी पर और उसकी तलाश करने निकल पड़ा और जा पहुंचा एक अद्भुत काठ की नगरी जहाँ के सभी निवासी लकड़ी के बने हुए थे। और फिर...........?
नन्द गाँव का गरीब ब्राह्मण मुरलीधर अपनी पत्नी मंथरी के साथ रहता और गाँव में भिक्षा मांग कर गुजरा चलाता। एक दिन मिल गयी उसको अच्छी भिक्षा, दोनों पति पत्नी ने बनाया साथ मछली खाने का कार्यक्रम और बनाई चार रोटियां परन्तु एक रोटी ले गया चूहा और बाकि बची तीन रोटियों में से कौन एक ज्यादा खायेगा इसका फैसला करनेके लिए रखी एक शर्त की जो अगले दिन देर से उठेगा वो दो रोटियां खायेगा। और फिर...............?
कुछ खतरनाक लुटेरों ने बनाया चलती हुए ट्रेन को लूटने का प्लान उसके लिए उन्होंने लगायी अनोखी तरकीब और ट्रेन में लगा दिया स्पीडो बम जिसकी वजह से ट्रेन की स्पीड कम होते ही बम फट जाना था। एक मुसाफिर की गलतीकी वजह से हो गया हादसा और फट गया स्पीडो बम। इधर राजधानी सुपर डीलक्स एक्सप्रेस के ड्राईवर जॉन को निकाल दिया गया तो उसने खायी कसम की इस ट्रेन को भी वो उड़ा देगा स्पीडो बम से। और फिर............?
राजा चन्द्रगुप्त, जो प्रजा का हाल-चाल मालूम करने के लिए भेष बदल कर राज्य में घुमा करता था एक दिन एक गरीब लक्कड़हारे के बुद्धिमता पूर्ण बाते सुनकर इतना अधिक प्रभावित हुआ की अपनी प्रजा और मंत्रियों की बुद्धिमता को परखने के लिए लक्कड़हारे द्वारा पूछी गयी एक पहेली का जवाब माँगा और महामंत्री से जवाब न पाता होने पर पदसे इस्तीफा देने को कह दिया। और फिर............?
रौनकपुर गाँव में रहने वाले तीन भाई अतरसिंह, चतरसिंह और मटरसिंह तीनो निहायत ही मुर्ख थे और हमेशा एकदुसरे को नीचा दिखाने में लगे रहते। किशनपुर गाँव से एक बार रौनकपुर के सरपंच के नाम पंचायती फैसला करने का न्योता आया तो तीनो झूठ बोलकर सरपंच बनकर एक दुसरे को नीचा दिखाने और गाँव वालों पर रौब गांठने के चक्कर में चल पड़े। और फिर..................?
राक्षसराजत्रिमुखासुरनेमचाईऐसीतबाहीकीपूराकलिंगराज्यऔरउसकेअधीनसमस्तगाँवमेंत्राहि-त्राहिमचगयी।ऐसेहीएकगाँवशिवपुर का एकबहादुरऔरनौजवानयुवककेशवकोपताचलाकीत्रिमुखासुरराक्षसनेपूरेगाँवकोतहस-नहसकरदियाऔरउसकीमाँकोभीमारदियातोत्रिमुखासुरसेबदलालेनेचलपड़ाकेशवउसकीतलाशमें।उधरत्रिमुखासुरनेअपहरणकरलियाकलिंगकीराजकुमारीपुष्पाको।औरफिर..............?
नागराज, अमेरिका के आतंकवादी सरगना विलियम की तलाश में न्यूयोर्क आया जहाँ विलियम तक पहुचने का रास्ता जनता था डान जो शिकागो की जेल में बंद था, नागराज ने फ्लोरिडा की मदद से डान को जेल छुड़ाया और तीनो चल पड़े विलियम और उसके जुर्म के साम्राज्य को ख़त्म करने। विलियम के अड्डे पर पहुचने के लिए उन्हें करना था कई तरह के खतरों से सामना। और फिर..............................?
अमेरिका के कुख्यात आतंकवादी सरगना विलियम की तलाश में नागराज जा पहुंचा न्यूयोर्क। जहाँ उसे विलियम तक पहुचने के लिए जरूरत थी डान की जो शिकागो के एक सुरक्षित जेल में बंद था। उसे साथ मिला फ्लोरिडा का जो खुद डान की तलाश कर रही थी। दोनों ने मिलकर डान को जेल से छुड़ाया और तब पता चला की डान को फ्लोरिडा के पिता की हत्या के जुर्म में विलियम ने फंसाया था। अब नागराज, फ्लोरिडा और डान चल पड़े विलियम को ख़त्म करने एक ख़ूनी यात्रा पर। और फिर.......................................?
आठवीं कक्षा के छात्र चंगू और मंगू एक नंबर के शैतान जिनकी शरारतों से पूर स्कूल रहता था परेशान। उनकी क्लास का लड़का हरिया जिससे उनकी एक न बनती उसके साथ चंगू और मंगू ने के की ऐसी शरारत कि हरिया की मास्टर जी ने कर दी पिटाई। तब हरिया ने उनसे बदला लेने की ठानी और अपने दोस्त जोगेंदर के साथ बनाई चंगू-मंगू से बदला लेने की योजना। और फिर........?
विक्रमगढ़ का पराक्रमी राजा विक्रमसिंह जिसका पुत्र होने पर राज ज्योतिषी शंकरानंद ने की उसकी भविष्यवाणी की राजकुमार 20 वर्ष तक ही जीवित रहेगा। राजा विक्रमसिंह ने जब शंकरानंद से पूछा राजकुमार की आयु बढ़ाने का उपाय तो उसने इनकार कर दिया क्योंकि राजकुमार की उम्र बढ़ाने से था पूरे राज्य को खतरा परन्तु राजा विक्रमसिंह ने पुत्र मोह में शंकरानंद पर दबाव डाला उपाय बताने के लिए। उपाय था 20 वर्ष तक हर वर्ष राजकुमार को मृग रक्त के कुंड से स्नान करवाना। 20 वर्ष पश्चात् राजकुमार ऋतूध्वज की आयु तो बढ़ गयी परन्तु एक दिन अचानक वो बन गया शैतान। और फिर................?
कैमूर के रहमदिल और नेक बादशाह कैमूर ने जब अपनी शहजादी के निकाह के लिए उससे बात की तो शहजादी मेहरू ने रखी एक शर्त की वो उससे शादी करेगी जो उसके एक सवाल का जवाब देगा और जो जवाब नहीं दे पाया उसका सर काटकर महल की दीवार पर लटकवा दिया जायेगा। कई शहजादो को मेहरू की शर्त से हार मानकर अपनी जान गंवानी पड़ी। तब बादशाह शमशाद लालपोश के सबसे छोटे शहजादे अल्मास रूह्बख्श ने उस ज़ालिम शहजादी के सवाल का जवाब देने और उसको सबक सिखाने की ठानी। और फिर.................?
राजनगर से अपनी पढाई ख़त्म करके वापस अपने घर सुंदरगढ़ जा रहे इन्द्रजीत और उसका दोस्त फ़ोकट राम की गाड़ी के ब्रेक रास्ते में अचानक ख़राब हो गए। रास्ते में मिली एक रहस्यमय कार और एक भुतहा औरत जो उन दोनों को ले गयी एक पुरानी हवेली में जहाँ उनके साथ घटी अजीबोगरीब घटनाएँ। और फिर.............?
प्रतापगढ़ में रहने वाला गरीब लक्कड़हारा रामबली जो बहुत ही बुद्धिमान था राजा प्रतापसेन ने उसकी बुद्धिमानी देखकर उसको अपना विशेष सलाहकार बना लिया। परन्तु दुर्भाग्यवश राजा प्रतापसेन की हो गयी असमय मृत्यु और राज्य का कोई और उत्तराधिकारी न होने के कारण प्रतापगढ़ के महामंत्री ने की घोषणा की मरते समय राजा की दी हुयी रुद्राक्ष की माला राजा का हाथी जिसके भी गले में डालेगा उसको ही राजा चुन लिया जायेगा। और फिर...........?
राजनगर शहर में हो रही थी मशहूर व्यक्तियों की रहस्यमय हत्याएं। हर हत्या स्थल पर पाया जाता था एक खिलौना। इन हत्याओं का रहस्य सुलझाने में लग गया विख्यात जासूस मिथुन। परन्तु जासूस मिथुन के ही पीछे पड़ गए वे खतरनाक अपराधी और एक दिन जासूस विजय को भी अपने घर में मिला वही खूनी खिलौना। और फिर.............?
माधव, शंकर और कृष्णा तीन परम मित्र जिनकी दोस्ती की मिसाल दूर-दूर तक फैली हुयी थी। एक दिन उनके पास आया कीमती पत्थरों का एक व्यापारी धर्मराज और उन तीनो मित्रों को बताया कीमती पत्थरों के एक खजाने का पता। तीनो मित्र चल दिए खजाने को पाने पर मार्ग में ही शंकर और माधव के मन में आ गया लालच। और फिर....................?
मीरपुरकेराजाउदयभानसिंहकेनवजातपुत्रकोडंस लिया एक सांप ने जिसके इलाज के लिए चाहिए था गुलर का फूल का रस। गूलर के फूल को लाने की ज़िम्मेदारी उठाई खलील खान ने और जा पहुंचा परीलोक की रानी के पास। वहां से फूल लेकर वो वापस लौट ही रहा था की एक जादूगरनी आ पहुंची खलील खान से फूल छीनने और इस छीना-झपटी में गूलर का फूल कहीं खो गया। और फिर..............?
एक खतरनाक अपराधी प्रोफ़ेसर नारमन का पीछा करते हुए 2 सीक्रेट एजेंट जा पहुंचे हर्बल द्वीप पर जहाँ उनका सामना हुआ अद्भुत और रहस्यमय शेर दानव से और वे दोनों एजेंट मारे गए तब इस शेर दानव का रहस्य और उस अपराधी प्रोफ़ेसर नारमन का पता लगाने के लिए गगन और ताहिरा को जाना पड़ा हर्बल द्वीप पर। और फिर...............?
रामपुर गाँव का ज़मींदार जालिमसिंह जो गाँव के गरीब किसानो पर करता था खूब अत्याचार पर था अव्वल दर्जे का मुर्ख, उसी गाँव में रहता था गोपाल नाम का एक मेहनती किसान जो था बहुत चालाक और अकलमंद और दुसरे गरीब लोगों की करता था मदद। इसलिए जालिमसिंह को उससे थी सख्त नफरत। गोपाल ने भी सोच लिया जालिमसिंह को सबक सिखाने की। और फिर...............?
नागराज, विश्व आतंकवाद का दुश्मन। यूरोप और दक्षिण अमेरिका के सबसे बड़े आतंकवादी विलियम की तलाश में जा पहुंचा न्यूयोर्क। और उस तक पहुचने का एक मात्र रास्ता जानता था सिर्फ एक व्यक्ति 'डान', पर डान बंद था शिकागो के सर्वाधिक सुरक्षित जेल में। उसे जेल से छुड़ाने चल पड़ा नागराज और इसमें उसका साथ दिया फ्लोरिडा नाम के लड़की ने जिसे थी खुद डान की तलाश क्योंकि डान ने की थी उसके पिता की हत्या, और शरू हो गई एक खूनी खोज। और फिर.............................?
ठगनगरी, जहाँ का राजा ठगराज बहुत ही बड़ा ठग था परन्तु उसका बेटा ठेंगा प्रसाद बुद्धिमान तो था परन्तु ठगी के नाम से दूर ही रहता इसलिए राजा को एक आँख न सुहाता। अपने बेटे से परेशान राजा ठगराज ने कर दिया ऐलान की जो कोई भी उसको ठग कर दिखायेगा राजा उसको अपना सारा राजपाट सौंप देगा। ये ऐलान सुनकर ठेंगा प्रसाद ने ठान ली राजा ठगराज को ठगने की। और फिर.............?
राजाधर्मप्रियजोबहुतहीन्यायप्रियथाकुछसाहूकारोंकीझूठकीवजहसेएकनिर्दोषकिसानकोदंडदेबैठा। जबसच्चाईकापताचलातोदुखीहोकरउसनेझूठबोलनेवालेकोमृत्युदंडदेनेकीघोषणाकरदी। इसवजहसेजिनव्यापारियोंकासामानसचबोलने से नहीं बिकता था धर्मप्रिय उसे खरीद लेता ऐसे में उसके पास आया एक व्यक्ति बेचने के लिए एक अभिशप्त मूर्ति जो जिसके भी पास रहती थी उसको दुख देती थी, मजबूरन राजा धर्मप्रिय को खरीदनी ही पड़ी वो मूर्ति। और फिर.............?
मसूरी की हसीन वादियों में इन दिनों छाया हुआ था खौफ क्योंकि मसूरी में छुट्टी बिताने आये रईस लोगों की होने लगी हत्याएं। इन हादसों से एक एक कर छुट्टी मनाने आये सभी लोग होटल खाली कर करके जाने लगे और उन खाली कमरों को एडवांस बुक करने लगी एक ट्रेवल कंपनी। ऐसे में मसूरी आया नरेंदर नाम का एक रहस्यमय सख्श और लग गया इस गोरखधंधे के पीछे। और फिर.....................?
दिल्लीकेबादशाहमुहम्मदशाहकोउसकेजासूसगुलहसननेदीफारसकेखूंखारलुटेरेनादिरशाहकेलाहौरतकपहुँचजानेऔर एक हफ्ते में दिल्ली में हमला किये जाने की खबर जिसको सुनकर मुहम्मद शाह ने लगायी अपने कामचोर और अय्याश वज़ीरों को फटकार। वज़ीरों ने मांगी दस और दिन की मोहलत जिसके लिए नादिरशाह कोदस दिन लाहौर में ही रोके रखना था । इस काम को अंजाम देने के लिए बादशाह ने चुना गुलहसन को और गुलहसन और उसके साथी चल दिए नादिरशाह को रोकने के लिए। और फिर................?
देश भ्रमण को निकले पिद्दी पहलवान अपने चेलों लटकन और फुदकन के साथ लखनऊ और बनारस होते हुए अबकी बार चल दिए आगरा घुमने। पर बीच रस्ते में आकर अटक गए बरेली में। अब बरेली में भी फंस गए चक्कर में औरपिटते पिटाते आ पहुंचे पहलवानों के अखाड़े में। और फिर..................?
नागराज, जो राजकुमारी ताकाशी को उसका राज्य वापिस दिलाने के लिए जा भिड़ा आतंकवादी सरगना चांगो और बागी सबाटो से। और इसके लिए उसे मदद की ज़रुरत पड़ी राजकुमारी ताकाशी के गुरु सुजुकी और उसके शिष्यों की। सुजुकी ने उनकी मदद के लिए बुलवाया अपने सर्वश्रेष्ठ शिष्य शांगो को पर चांगो के दुश्मनों ने ख़त्म कर डाला सुजुकी और उनके शिष्यों को और शांगो ग़लतफ़हमी में नागराज को समझ बैठा सुजुकी का हत्यारा और अपना सबसे बड़ा दुश्मन। और फिर....................................?
प्रोफ़ेसर किशनलाल अपनी बेटी रजनी और सुपर मानव गगन के साथ जा पहुंचे हिमालय की गगोला चोटी पर जहाँ उनको तलाश थी हजारों वर्ष पुरानी गगोला सभ्यता की जिसमे माना जाता था की लाशो को ममी बनाकर रखा जाता था। वहां उनको मिली हजारों वर्ष पुरानी गगोला जाति के धर्मगुरु सपोला की ममी जिसे वो अपने साथ ले आये और एक रात अचानक जिंदा हो गयी सपोला की लाश। और फिर................?