आसाम के बांगडा कबीले से उनके भेड़िया देवता की सोने की मूर्ति ले उड़े काला बच्चा और उसके साथी, जिसको कुछ भेड़ियों ने मानव कन्या का खून देकर जिंदा कर दिया और उठ खड़ा हुआ भेड़िया और कर दिया खात्मा काला बच्चा और उसके साथियों को। इधर आसाम के जंगलों में जानवरों की खालों का व्यापार करने वाले किंग जबरान को जानवरों का शिकार करने के लिए मदद चाहिए थे जंगल में सभी जानवरों की सेवा करने वाले फुजो की। परन्तु जब फुजो ने उनकी मदद करने से कर दिया इनकार तो किंग जबरान के साथी क्रूटो ने जंगल में मचा दी तबाही। जब इसकी खबर भेड़ियों के ज़रिये पहुंची भेड़िया तक तो वो टूट पड़ा उन सब पर मौत बनकर। और फिर..............?
Saturday, July 9, 2011
Friday, July 8, 2011
पाताल हत्यारा
भोकाल और तुरीन जो निकले हुए थे परीलोक को फिर से साफ़-सुथरा करने के अभियान में और उनको रोकने के लिए उठ खड़े हुए थे कई शैतान। भोकाल और तुरीन को इस अभियान में साथ मिला शक्तिशाली और फिजा का वहीँ एक शैतान धूम्रकाल ने भोकाल की ढाल के बाद गायब कर दी उसकी तलवार भी। भोकाल की वो तलवार जा पहुंची पाताललोक और हाथ लग गयी दुष्ट पाताल हत्यारे के जिसने भोकाल की तलवार की मदद से मचा दी पाताल लोक में तबाही तब उससे अपनी तलवार वापिस हासिल करने पहुंचा भोकाल। इधर परीलोक में फिजा ने बताया की परीलोक की परियों को कैद करके रखा गया है नरकजाल में जहाँ से उन्हें छुड़ाने चल पड़े सभी महारथी। और फिर.............?
Thursday, July 7, 2011
ढकमानघन
भूतकाल के योद्धा, शांबरी, लोहांगी, जंजीबार, बल्लार जैसे महारथी जो पृथ्वी पर वर्तमान काल में प्रकट हुए थे और जिनमे छिड़ी थी जंग दिव्यशक्ति प्राप्त करने के लिए इस जंग में शामिल हो गए वर्तमान काल के अपराधी और कानून के रखवाले। इस जंग में जहाँ एक तरफ लोहांगी, जंजीबार, बल्लार और बलवा को गंवानी पड़ी अपनी जान वहीं क्राइम की दुनिया के बेताज बादशाह मिस्टर क्राइम ने धोखे से चुरा लिया योद्धा का ढकमानघन और योद्धा और शांबरी को भेज दिया वापिस भूतकाल में जहाँ वो फंस गए शैतान धूमकेता के जाल में जिसने पहले से ही योद्धा की पिता तंत्राल को बना रखा था बंदी। और फिर..........?
Wednesday, July 6, 2011
जिस देश में बांके रहता है
विशालगढ़ की तलाश में भटक रहे बांकेलाल और विक्रमसिंह जब शक्तिनगर से निकले तो राजा शक्तिसिंह ने दी उन्हें एक विचित्र गाड़ी जिस पर सवार वो वे निकल पड़े अपनी मंजिल तलाशने और जा पहुंचे एक नगर में जहाँ आयोजित की जा रही थी विश्वक्रीड़ा प्रतियोगिताएं जिसमे भाग ले रहे थे देश-विदेश से कई प्रतियोगी इनमे से ही तीन प्रतियोगियों के साथ हो गया बांकेलाल का पंगा और बांकेलाल ने ठान लिया उनसे बदला लेने का। इधर विश्वक्रीड़ा प्रतियोगिताओ के विजेताओं की जान के पीछे पड़ा था एक दुश्मन हल्लू-हल्लू भी। और फिर..............?
Tuesday, July 5, 2011
प्रचंडा
राक्षसनगरी अंटागुडगुड का राजा अंजर-पंजर जिसे महर्षि शापदेऊ ने दिया शाप शक्तिविहीन हो जाने का। शक्तिविहीन अंजर-पंजर को ठीक करने का था एक ही उपाय मानव अर्क इसके लिए अंजर-पंजर की पत्नी चटोरी ने अपने भाई अंटाबंटा को भेजा मानव लाने। इधर घोड़ापछाड़ राज्य के राजा ढक्कासिंह ने अपने राज्य का बंटवारा कर दे दिया अपने दोनों पुत्रों ढीठ और ढिल्लड़ को परन्तु इस शर्त के साथ की दोनों राजकार्य संभालेंगे दुसरे के राज्य का। और अंटाबंटा ने जब किया दोनों राज्यों पर हमला तो दोनों राजकुमार नहीं कर सके उसका सामना। तब महर्षि शापदेऊ ने उन्हें बताया उपाय की उनकी मदद कर सकते है स्वयं महादेव। और फिर............?
Monday, July 4, 2011
गोल्ड हार्ट
रहस्यमय गोल्ड हार्ट जिसे चाहिए थी सोने की मशाल परन्तु कई कोशिशों के बाद में उसको हासिल करने में वो रहा नाकामयाब और लोगों ने उसके टुकड़े-टुकड़े कर फेंक दिए। तब उस पर हुआ एक जानलेवा हमला जिससे उसकी जान बचायी कैप्टन अंकार के भाई ललकार ने। तब गोल्ड हार्ट ने खोला अपना रहस्य कि कैसे एलास्का ग्रह के दुष्ट सम्राट क्लोसकी ने हार्ट नाम के एक युवक को गोल्ड हार्ट में तब्दील कर भेजा पृथ्वी पर ताकि वो ला सके पृथ्वी से विनाशकारी धातु सलोजोलियम जो गलती से जा पहुंचा था पृथ्वी पर और उसी से निर्माण हुआ था स्टेच्यु और लिबर्टी का और इसलिए उसे चाहिए थी वो मशाल और स्टेच्यु। और फिर..........?
Sunday, July 3, 2011
छलावा शुक्राल
हर जन्म का महावीर योद्धा शुक्राल जिसको इस वर्तमान युग में उसके पिछले जन्म की दास्तान सुना रहे थे प्रोफ़ेसर राणा, अब उनके मन में था एक ही सवाल की हर युग का नायक आज क्यों बना हुआ है एक खलनायक एक हत्यारा। तब शुक्राल ने उसे सुनाई अपनी कहानी की कैसे वो था एक बारूद की कंपनी में काम करने वाला मामूली वर्कर जिसे उसके मालिक ठक्कर साज़िश रचकर फंसाया हत्या के इलज़ाम में ताकि वो उसके लिए कर सके जुर्म। अब शुक्राल को लेना था ठक्कर से बदला और दिखानी थी वही वीरता जिसके लिए वो बना था हर जन्म का योद्धा। और फिर...........?
Saturday, July 2, 2011
अदृश्य हत्यारा
राजनगर के प्रोफ़ेसर श्रीकांत वर्मा ने किया एक अद्भुत अविष्कार जिसके लिए उसके पीछे पड़ गए आतंकवादी संगठन का सरगना किलर किंग। परन्तु प्रोफ़ेसर श्रीकांत वर्मा ने अपना अविष्कार उनको देने से अच्छा मौत को गले लगाना समझा। इधर शहर के रक्षा मंत्री धर्मेश तिवारी पर हुआ कातिलाना हमला, रहस्यमय हमलावर को रोकने आये नागराज भी रह गया आश्चर्यचकित जब वो हमलावर रक्षा मंत्री को मार कर हो गया अदृश्य। इधर किलर किंग को पता चला की वो रहस्यमय अदृश्य हत्यारा और कोई नहीं प्रोफ़ेसर श्रीकांत वर्मा ही है तब उसने बनायीं एक योजना। और पूरी दुनिया पर मंडराने लगा अदृश्य हत्यारों का खतरा। और फिर................?
Friday, July 1, 2011
गोजो और वज्र
अग्निलोक के अग्निमंदिर से अग्निमशाल चुरा ले गया महाचांडाल वज्र और एक बार फिर आक्रमण कर दिया राक्षस लोक के खूंखारा पर। इधर पृथ्वी पर भी आया हुआ था संकट रेगिस्तान के शैतान रतालू का जिसने देव नीलाभ का कर लिया अपहरण और उसकी प्रेयसी श्वेतम को साथ मिला गोजो का जो नीलाभ को छुड़ाने निकल पड़ा रेगिस्तान के सम्राट रतियम के महल में। इधर खूंखारा में भी वज्र को रोकने के लिए महागुरु पक्षक भी कर रहे थे गोजो को बुलाने की तैयारी। और फिर...........?
Thursday, June 30, 2011
चांडाल चौकड़ी
दिव्योग नगर, जहाँ अपनी माँ के साथ रहता था शमशान में मुर्दे जलाने वाला चांडाल टिंडे उस नगर पर छा गया एक दुष्टात्मा का प्रकोप जिसने टिंडे के शरीर पर कब्ज़ा कर मचा दिया हाहाकार इसलिए नगरवासियों ने दुष्टात्मा को भागने के टिंडे पर किये अत्याचार जिसके सदमे में चली गयी उसकी माँ की जान उसके बाद टिंडे हो गया नगर से गायब। और प्रत्येक वर्ष नगर के एक पर्वत की चोटी पर बनने लगे रहस्यमय शिल्प जो चार वर्ष पश्चात हो गए जीवित और लौट आया चांडाल, तीन अन्य शैतानो के साथ और उन चांडाल चौकड़ी ने मच दिया नगर में कोहराम जिसको रोकने में रहे नाकाम राजकुमार दिव्योगा तब उसने मदद के लिए पुकारा तिलिस्मदेव को। और फिर...........?
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